Tuesday 15 March 2016

अपना खेत अपनी नहर 

राजस्थान में रहने वाले लोगों के लिए सबसे कीमती कोई चीज है तो वो है पानी यानी की जलस्रोत।  अगर भारत वर्ष में किसी भी राज्य के लोग पानी की बर्बादी करते हैं तो उनको आकर के राजस्थान में कुछ समय जरूर गुजरना चाहिए जिसके बाद वो कभी भी पानी की बर्बादी नहीं करेंगे। ऐसा नहीं है की पुरे राजस्थान में ही पानी की बहुत बड़ी समस्या है लेकिन ज्यादातर हिस्से पानी की अहमियत को अच्छे से समझते हैं. उनमे से बहुत से हिस्से ऐसे हैं जो बरसो से नहर का इंतज़ार कर रहे हैं लेकिन उनका इंतज़ार इंतज़ार ही रहा. नहरे बन भी गयी तो कभी उनमे पानी नहीं आया। कुछ नहरें तो बनने के बाद बर्बाद भी हो गयी लेकिन बरसाती पानी के अलावा उनमे पानी का कभी कोई जरिया नहीं रहा।

जरूरी नहीं की नहर सरकार ही किसानो को बना के दे अगर हम लोग चाहे तो खुद भी नहर  बना सकते हैं।  ये सोचना आसान है लेकिन करना उतना आसान नहीं।

एक आम कृषक अपने खेत में नहर कैसे बना सकता है उसको बनाने के लिए तो बहुत लोग चाहिए और मजदूरी पर इतनी बड़ी नहर की खुदाई करवाना तो एक आम किसान तो छोड़ो किसी बड़े जमीदार के भी बस  नहीं होगी। तो मेरे साथ अच्छी बात ये थी की मेरी खेती की जमीन हाईवे के बहुत नज़दीक है और वहां से हाईवे चोडा भी किया जाना था तो हाईवे के निर्माण के लिए मिटटी की बहुत आवश्कता थी तभी अंदेशा लगा की नहर बनाई जा सकती है। मैंने हाईवे वालो को मिटटी देने के साथ में ये शर्त रखी की वो लोग मिटटी एक पूरी लम्बाई और बराबर चौड़ाई में ही निकालेंगे चाहे वो  कीमत न दें। वो लोग भी मान गए और मिटटी खेत के चारों और एक ४०  फ़ीट चौड़ी नहर के रूप में निकलने दी गई।  उसका एक सिरा कुवे के पास रख दिया गया ताकि अगर नहर में पानी भर जाता है तो वो पानी धीरे धीरे कुवे में भी जाने लगे और जलस्तर को भी बढ़ा दे।  नहर पूरी खुद जाने के बाद बारिश हुई और खेत में ढलान देने के बाद पुरे खेत और आसपास का पानी नहर में जाने लग गया। और देखते ही देखते अच्छी बारिश के बाद पर नहर भरने लगी।

इस नहर के निर्माण से कुवे का जलस्तर जो पहले १०० फ़ीट के आसपास था वो २-३ साल में २० फ़ीट पर आ गया। बहुत सारा खेती में जरूरत होने वाला पानी भी नहर से मिलने लगा। और सौदर्य को बढ़ने के लिए खेत में कुछ पक्षी जैसे की बतख भी रख दिए।

तो इस तरीके से ये देख सकते हैं की एक कृषक भी अगर थोड़ी प्लानिंग करे तो वो अपने खुद के खेत में नहर बना सकता है जिससे जलस्तर भी बढ़ेगा और खेती में भी सुधार हो सकता है। नीचे  दी गयी फोटो में आप मेरे खेत की नहर देख सकते हैं। और आप भी अपने खेत में इस तरह से नहर बना कर कृषि को उन्नत बना सकते हैं। ये नहर ६०० मीटर लम्बी और करीब २० फुट गहरी है और ये जयपुर से उदयपुर जाने वाले हाईवे पर गुलाबपुरा शहर से ३-४ किमी आगे है।




रामनिवास महला
बैंक ऑफ़ बड़ौदा
रावतभाटा